CONSIDERATIONS TO KNOW ABOUT HANUMAN MOHINI MANTRA

Considerations To Know About hanuman mohini mantra

Considerations To Know About hanuman mohini mantra

Blog Article

स्वयमात्मा हि भगवान् ज्ञानरूपो महेश्वरः ।

It seems like you were being misusing this attribute by going too rapid. You’ve been temporarily blocked from utilizing it.

हनुमान जी को सदा से साहस, बल , बुद्धि और वीरता प्रधान करने वाले भगवन के रूप में जाना जाता है

तैलाभ्यंगयिष्यामि सिन्दूरं गृह्यतां प्रभो॥

ऊँ नमो हनुमते रुद्रावताराय पच्चमुखाय उत्तरमुखे आदिवराहाय सकलसम्पत्कराय रामदूताय स्वाहा।

भूत-प्रेत बाधा निवारणार्थ हनुमान मंत्र

महामारी, अमंगल, ग्रह-दोष एवं भूत-प्रेतादि नाश के लिए हनुमान मंत्र ऊँ ऐं श्रीं ह्रां ह्रीं ह्रं ह्रौं ह्रः ऊँ नमो भगवते महाबलाय-पराक्रमाय भूतप्रेतपिशाचीब्रह्मराक्षसशाकिनीडाकिनीयक्षिणी पूतनामा-रीमहामारीराक्षसभैरववेतालग्रहराक्षसादिकान् क्षणेन हन हन भंजन भंजन मारय मारय शिक्षय शिक्षय महामाहेश्वररुद्रावतार ऊँ ह्रं फट् स्वाहा।

हनुमान स्तुति मंत्र का नियमित रूप से जो भी व्यक्ति जब करता है उसके सारे बिगड़े काम ठीक होने लगते हैं और सारे संकट भी समाप्त हो जाती है और अगर किसी जातक को किसी भी प्रकार की कोई ग्रह बाधा है जैसे read more कि मंगल दोष, शुक्र दोष, गुरु दोष, शनि दशा आदि वह भी शांत हो जाती है । मंगल दोष या शनि दशा में हनुमान स्तुति मंत्र का जप करना अत्यंत लाभकारी होता है।

Bhagavaan hanumaan ko us shakti aur saahas ke lie bhee pujaa jaataa hai jo vah apane bhakton ko pradaan karate hain. Bhakt unakaa aasheervaad lene ke lie hanumaan Mantra kaa jaap karate hain. Bhagavaan hanumaan ke kuchh Mantra bahut lokapriy hain kyonki in Mantraon ko atyadhik prabhaavee maanaa jaataa hai.

Worthwhile information. Fortunate me I discovered your web site by chance, and I am shocked why this incident didn't happened previously! I bookmarked it.

विदग्धानां विरहिणां प्राणान्तक नमोऽस्तु ते ॥ ६॥

This a person here is a most powerful Vashikaran mantra for attraction and that is accustomed to entice anyone you are feeling most attracted to,it could be any person. This mantra should be recited for overall repetitions of 100,000 situations,after which you achieve Siddhi[mastery] more than the mantra.

॥ इति श्रीमोहिनीकृतं कृष्णस्तोत्रं समाप्तम् ॥

ॐ आञ्जनेयाय विद्महे वायुपुत्राय धीमहि।

Report this page